UP Board Class 11 Biology Syllabus 2024-25

UP Board syllabus of Biology for class 11 comprises of 5 different units and carries a total of 100 marks (70 marks for theory and 30 marks for practical). . Find details about the UP Board Class 11 Biology Syllabus 2024-25 here from this post below. You may also download the syllabus PDF for your reference.

UP Board Class 11 Biology Syllabus 2024-25

A list of topics from each unit that will consist of the syllabus of class 11 Biology subject for this academic year 2024-25 has been provided below. When the students are preparing for their school level exam, they only need to go through the topics mentioned below. Rest topics will not be considered while making the question paper.

इकाई – 1 सजीव जगत की विविधता 07 अंक

(1) सजीव जगत – जैव विविधता, वर्गीकरण की आवश्यकता, जीवन के तीन डोमेन, वर्गिकी एवं वर्गीकरण विज्ञान, जातियों की संकल्पना एवं वर्गिकीय क्रमबद्धता, द्विनामनामकरण पद्धति,

(2) जीव जगत का वर्गीकरण – पाँच जगत वर्गीकरण, मोनेरा, प्रोटिस्टा एवं फंजाई के प्रमुख लक्षण एवं प्रमुख समूहों में वर्गीकरण : लाइकेन, वाइरस एवं वाइराइड्स।

(3) वनस्पति जगत – पौधों के प्रमुख लक्षण एवं प्रमुख समूहों में वर्गीकरण तथा उनके उदाहरण – एल्गी, ब्रायोफाइटा, टेरिडोफाइटा, जिम्नोस्पर्म

(4) जंतु जगत जंतुओं के प्रमुख लक्षण एवं वर्गीकरण, नानकार्डेट्स संघ तक एवं कार्डेट्स वर्ग तक (तीन से पाँच प्रमुख लक्षण एवं प्रत्येक के कम से कम दो उदाहरण)।

इकाई – 2 जंतुओं और पौधों की संरचनात्मक संघटना 12 अंक

(1) पुष्पी पौधों की शारीरिकी – शारीरिकी

(2) पुष्पी पौधों की आकारिकी -पुष्पी पादपों के विभिन्न भागों- जड़, तना, पत्ती, पुष्पक्रम, पुष्प, एक फैमिली का वर्णन-सोलेनेसी

(3) जंतुओं की संरचनात्मक संघटना – मेढ़क- विभिन्न तंत्रों (पाचन तंत्र, परिसंचरण तंत्र, श्वसन तंत्र, तंत्रिका तंत्र, जनन तंत्र) की बाह्य आकारिकी एवं शारीरिकी तथा कार्य।

इकाई – 3 कोशिका : संरचना एवं कार्य 15 अंक

(1) कोशिका जीवन की इकाई – कोशिका सिद्धान्त एवं कोशिका जीवन की आधारभूत इकाई, प्रोकैरियोटिक एवं यूकैरियोटिक कोशिका की संरचना, पादप एवं जंतु कोशिका ब्मसस मदअमसवचमए कोशिका झिल्ली, कोशिका भित्ती, कोशिका अंगक (संरचना एवं कार्य) – एंडोमैम्ब्रेन सिस्टम, अन्तः प्रद्रव्यी जालिका, गाल्जी काय, लाइसोसोम्स, रिक्तिका, माइटोकांड्रिया, राइबोसोम, लवक, माइक्रोबॉडीज, कोशिका कंकाल, सीलिया, फ्लैजिला, सैन्ट्रिओल्स (संरचना और कार्य) केन्द्रक, केन्द्रककला, क्रोमेटिन, केन्द्रिक।

(2) जैविक अणु – सजीव कोशिकाओं का रासायनिक संगठन, जैविक अणु, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा, न्यूक्लिक अम्ल की संरचना और कार्य। एन्जाइम-प्रकार।गुण एवं एन्जाइम क्रिया।

(3) कोशिका चक्र एवं कोशिका विभाजन – कोशिका चक्र, सूत्री एवं अर्द्धसूत्री विभाजन एवं महत्व।

इकाई – 4 पादप कर्यिकी 18 अंक

(1) उच्च पादपों में प्रकाश संश्लेषण – प्रकाश संश्लेषण स्वपोषी पोषण का एक माध्यम, प्रकाश संश्लेषण का क्षेत्र, प्रकाश संश्लेषण में प्रयुक्त वर्णक (प्रारम्भिक ज्ञान), प्रकाश संश्लेषण की प्रकाश रासायनिक एवं जैव संश्लेषी प्रावस्था, चक्रीय एवं अचक्रीय फोटोफास्फोराइलेशन, रसायनी परासरण परिकल्पना, प्रकाशीय श्वसन, ब्3 एवं ब्4 पथ, प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले कारक।

(2) पौधों में श्वसन: गैसों का आदान-प्रदान, कोशिकीय श्वसन- ग्लाइकोलिसिस, किण्वन (अवायवीय), ज्ब्। चक्र एवं इलैक्ट्रानिक स्थानान्तरण तंत्र (वायवीय), ऊर्जा सम्बन्ध – उत्पादित ।ज्च् अणुओं की संख्या, एंफीबोलिक पथ, श्वसन गुणांक।

(3) पादप वृद्धि एवं परिवर्धन: बीजों का अंकुरण, पादप वृद्धि की प्रावस्थाएं एवं पादप वृद्धि दर, वृद्धि-की-परिस्थितियाँ, विभेदीकरण- विविभेदीकरण, पुनर्विभेदीकरण-पादप कोशिका के विकास का वृद्धि क्रम, वृद्धि नियंत्रक-आक्सिन, जिबरेलिन, साइटोकाइनिन, इथाइलीन, ।ठ।

इकाई – 5 मानव कार्यिकी 18 अंक

(1) श्वसन एवं गैसों का विनिमय – जंतुओं में श्वसनांग, मानव का श्वसन तंत्र, श्वसन की क्रियाविधि एवं इसका नियंत्रण, गैसों का विनिमय, गैसों का परिवहन एवं श्वसन का नियमन, (त्मेचपतंजवतल टवसनउम) श्वसनीय आयतन, श्वसन के विकार – दमा, इम्फाइसिमा, व्यावसायिक श्वसन रोग।

(2) परिसंचरण एवं देह तरल – रूधिर की संरचना, रूधिर वर्ग, रूधिर का जमना, लसिका की संरचना एवं कार्य, मानव परिसंचरण तंत्र-मानव हृदय की संरचना एवं रूधिर वाहिकाएं, कार्डियक चक्र (हृद चक्र) कार्डिएक आउट पुट, ई0सी0जी0, दोहरा परिसंचरण, हृद क्रिया का नियमन, परिसंचरण की विकृतियाँ-उच्च रक्त चाप, हृद धमनी रोग, एंजाइना पैक्टोरिस, हार्टफेल्योर।

(3) उत्सर्जी उत्पाद एवं निष्कासन उत्सर्जन की विधियाँ – एमीनोटेलिज्म, यूरिओटेलिज्म, यूरिकोटेलिज्म मानव उत्सर्जी तंत्र-संरचना और कार्य, मूत्र निर्माण, परासरण नियंत्रण, वृक्क क्रियाओं का नियमन रेनिन-एंजियोटेंसिन, अलिंदीय निट्रियेरेटिक कारक, ।क्भ् एवं डाइबिटीज इंसिपिडस, उत्सर्जन में अन्य अंगों की भूमिका, विकृतियाँ-यूरिमिया, रीनल फेलियर, रीनल केलकलाई, नैफ्राइटिस, डाइलिसिस एवं कृत्रिम वृक्क।

(4) गमन एवं संचलन

गति के प्रकार- पक्ष्माभि, कशाभि, पेशीय, कंकाल पेशियाँ- संकुचनशील प्रोटीन एवं पेशी संकुचन, कंकाल तंत्र एवं इसके कार्य, (प्रयोगात्मक पाठ्यक्रम से सम्बन्धित प्रयोगों के साथ कराया जाय) संधियां पेशी और कंकाल तंत्र के विकार माइस्थेनिया ग्रेविष, टिटेनी, पेशीय दुष्पोषण, संधिषोध, अस्थिसुषिरता, गाउट।

(5) तंत्रिकीय नियंत्रण एवं समन्वयन

तंत्रिका कोशिका एवं तंत्रिकाएं, मानव का तंत्रिका तंत्र, केन्द्रीय तंत्रिका तंत्र, परिधीय तंत्रिका तंत्र, विसरल
तंत्रिका तंत्र, तंत्रिकीय प्रेरणाओं का उत्पादन एवं संवहन

(6) रासायनिक समन्वयन एवं नियंत्रण

अन्तःस्त्रावी ग्रंथियाँ और हारमोन, मानव अन्तःस्त्रावी तंत्र-हाइपोथैलेमस, पीयूष, पीनियल, थायराइड,
पैराथायराइड, एड्रीनल, अग्नाशय, जनद। हारमोन्स की क्रियाविधि (प्रारम्भिक ज्ञान) दूतवाहक एवं नियंत्रक के रूप में हारमोन्स का कार्य, अल्प एवं अतिक्रियाशीलता एवं सम्बन्धित विकृतियाँ-बौनापन, एक्रोमिगेली,
क्रिटीनीज्म, ग्वाइटर, एक्सोप्थैलेमिक ग्वाइटर, मधुमेह, एडीसन रोग।

(क) प्रयोगों की सूची

1. जड़ के प्रकार (मूसला अथवा अपस्थानिक), तना (शाकीय अथवा काष्ठीय), पत्ती (व्यवस्था, आकृति,
शिराविन्यास-सरल अथवा संयुक्त)।
2. द्विबीजपत्री और एकबीजपत्री जड़ और तने की अनुप्रस्थ काट (स्लाइड) तैयार करना और उनका अध्ययन
करना।
3. एक सामान्य पुष्पी पौधों (कुल-सोलेनेसी) का अध्ययन एवं वर्णन, पुष्प का विच्छेदन एवं पुष्पी चक्रों, अण्डाशय
एवं परागकोष के कक्षों का प्रदर्शन (पुष्प सूत्र एवं पुष्प आरेख),
4. पेपर क्रोमेटोग्राफी द्वारा पादप वर्णकों को पृथक करना।
5. पुष्प मुकुलों, पत्ती, ऊतक एवं अंकुरणशील बीजों में श्वसन की दर का अध्ययन करना।
6. मूत्र में शर्करा की उपस्थिति ज्ञात करना।
7. मूत्र में एलब्यूमिन की उपस्थिति ज्ञात करना।
8. एपिडर्मिस छिलकों उदाहरण रियो पत्तियों में प्लाजमोलिसिस का अध्ययन करना।
9. पत्तियों की ऊपरी और निचली सतहों पर वाष्पोत्सर्जन की दर का तुलनात्मक अध्ययन करना।
10. शर्करा, स्टार्च, प्रोटीन और वसा की उपस्थिति के लिये परीक्षण करना।
11. आलू के परासरण मापी द्वारा परासरण का अध्ययन करना।
12. पत्तियों में ऊपरी और निचली सतहों पर रन्ध्रों का वितरण।
13. मूत्र में बाइल साल्ट की उपस्थिति ज्ञात करना।
14. मूत्र में यूरिया की उपस्थिति का परीक्षण करना।

(ख) निम्नलिखित (स्पाटिंग) का अध्ययन/प्रेक्षण

1. संयुक्त सूक्ष्मदर्शी के भागों का अध्ययन।
2. प्रतिरूपों/स्लाइड/मॉडल का अध्ययन एवं कारण बताते हुये उनकी पहचान करना-जीवाणु, ऑसिलेटोरिया,
स्पाइरोगाइरा, राइजोपस, मशरूम, यीस्ट, लिवरवर्ट, मॉस, फर्न, पाइन, एक-एकबीजपत्री एवं द्विबीजपत्री पौधा,
लाइकेन।
3. विभिन्न प्रकार के पुष्पक्रमों की पहचान तथा अध्ययन। (साइमोज तथा रेसीमोज)
4. प्रतिरूपों का अध्ययन एवं कारण बताते हुये पहचान करना-अमीबा, हाइड्रा, लीवरफ्लूक, एस्केरिस, जोंक,
केंचुआ, झींगा, रेशमकीट, मधुमक्खी, स्नेल, स्टारफिश, शार्क, रोहू, मेढक, छिपकली, कबूतर एवं खरगोश।
5. स्थायी स्लाइड की सहायता से प्याज के मूलाग्र की कोशिकाओं एवं जंतु कोशिका (टिड्डे) की कोशिकाओं में
समसूत्री विभाजन का अध्ययन।
6. मानव कंकाल तथा विभिन्न प्रकार की संधियों का अध्ययन।

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3 thoughts on “UP Board Class 11 Biology Syllabus 2024-25”

    • Your mobile number give me bro please main Apne exam ki taiyari nahin kar pa raha hun ham donon milkar taiyari karenge pura number do

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