What is Anydesk App: एनीडेस्क एप के फायदे / नुकसान
एनीडेस्क एक रिमोट कंट्रोल सॉफ्टवेयर (Remote Control Software) है जो कि एक डिवाइस को दूसरे डिवाइस के साथ कनेक्ट करने में अर्थात एक डिवाइस से दूसरे डिवाइस को ऑनलाइन एक्सेस करने में मददगार साबित होता है। इससे ना केवल लैपटॉप या कंप्यूटर को ही एक्सेस किया जाता है बल्कि मोबाइल से दूसरे कंप्यूटर या मोबाइल को ऑनलाइन एक्सेस करने के लिए भी एनीडेस्क एप्लीकेशन (Anydesk Application) का इस्तेमाल किया जाता है।
जो लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं वह अक्सर एनीडेस्क के द्वारा ही किसी दूसरे के सिस्टम को एक्सेस करके उन्हें जानकारी देते हैं क्योंकि इससे दूसरे सिस्टम की स्क्रीन उनके सामने आ जाती है। दूसरे सिस्टम की स्क्रीन को कंट्रोल किया जाता है और उसे कंट्रोल करने के लिए एनीडेस्क का ही इस्तेमाल किया जाता है।
एनीडेस्क रियल टाइम लाइव वीडियो इनफॉरमेशन शेयरिंग सॉफ्टवेयर है जो कि कंप्यूटर, मोबाइल आदि डिवाइस में इंस्टॉल किया गया होता है। इस सॉफ्टवेयर का मुख्य मकसद मोबाइल क्या कंप्यूटर को दूसरे मोबाइल या कंप्यूटर के साथ कम्युनिकेट करवाना होता है जो कहीं दूसरी जगह पर है। लाइव वीडियो के माध्यम से अपने कंप्यूटर या मोबाइल से दूसरे व्यक्ति के कंप्यूटर या मोबाइल को एक्सेस किया जाता है अर्थात कंप्यूटर की स्क्रीन को शेयर किया जाता है।
एनीडेस्क के version
एनीडेस्क paid और free दोनों ही version में उपलब्ध है अर्थात इसे फ्री में भी इंस्टॉल किया जाता है और पेमेंट देकर भी। दोनों version में सिर्फ इतना फर्क है कि फ्री एनीडेस्क में कुछ कम फीचर्स होते हैं और पेमेंट दे कर लिए गए एनीडेस्क में थोड़े से ज्यादा फीचर्स होते हैं। जो व्यक्ति सर्विस प्रोवाइडर है वह Paid version का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि कोई व्यक्ति सर्विस प्रोवाइडर है और उसे सिर्फ अपने निजी इस्तेमाल के लिए ही एनीडेस्क का प्रयोग करना है वह व्यक्ति free version का भी इस्तेमाल कर सकता है।
एनीडेस्क को मोबाइल में डाउनलोड करने की प्रक्रिया (Anydesk App Download Process)
- यदि एनीडेस्क कोमोबाइल में डाउनलोड करना है तो इसके लिए एंड्राइड के प्ले स्टोर में जाना होगा और उसके बाद वहां पर एनीडेस्क एप्लीकेशन को सर्च करना होगा।
- इसके बाद एनीडेस्क कोडाउनलोड करने की प्रक्रिया आरंभ हो जाएगी।
- एनीडेस्क डाउनलोड करते ही एप्लीकेशन एंड्राइड में इंस्टॉल हो जाएगी।
एनीडेस्क को लैपटॉप में डाउनलोड करने की प्रक्रिया
- कंप्यूटर या लैपटॉप में डाउनलोड करने के लिए जैसे ही गूगल सर्च परएनीडेस्क सर्च किया जाएगा तो काफी सारे लिंक सामने आ जाएंगे।
- उन्हीं लिंक कोक्लिक करने के पश्चात एनीडेस्क डाउनलोड करने की प्रक्रिया को आरंभ करने के लिए परमिशन मांगी जाएगी।
- इसके अतिरिक्त https://anydesk.com/en/downloadsपर क्लिक करके भी anydesk को डाउनलोड किया जा सकता है; यहां पर हर डिवाइस जैसे कि ios, android, windows, linux आदि में एनीडेस्क को डाउनलोड करने के paid एवं free version मौजूद हैं।
- इसके पश्चात सॉफ्टवेयरकी apk फाइल लैपटॉप के अंदर डाउनलोड हो जाएगी।
- जहां से सॉफ्टवेयर को लैपटॉप में इंस्टॉल कर लिया जाएगा।
एनीडेस्क को इस्तेमाल करने की प्रक्रिया
- एक एनीडेस्क डाउनलोड हो जाएगा उसके पश्चातस्क्रीन पर dashboard ओपन हो जाएगा।
- डैशबोर्ड ओपन होने के बाद Yours addressऔर Remote address नाम के दो ऑप्शन सामने आएंगे।
- Yours addressऑप्शन में एक कोड मिलेगा जो कि एक नंबर होगा।
- जब इस कोड को किसी दूसरे व्यक्ति को दिया जाएगा तो वह व्यक्ति उसके रिमोट एड्रेस में अपना कोड डालकर डिवाइस की स्क्रीन को अपने सिस्टम पर देख पाएगा।इसके लिए यह अनिवार्य है कि जो व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति के सिस्टम को अपने सिस्टम पर एक्सेस करना चाहता है, उसके लैपटॉप यह सिस्टम में भी anydesk एप्लीकेशन मौजूद हो तभी यह पॉसिबल हो पाएगा अर्थात दोनों सिस्टम में एप्लीकेशन install होनी चाहिए।
- Remote Address एक खाली ऑप्शन होगा जिसमें उस व्यक्ति का एड्रेस कोड एंटर किया जाएगा जिसके मोबाइल या लैपटॉप को एक्सेस करना है। इस ऑप्शन का इस्तेमाल करके दूसरे व्यक्ति से कोड लेकर उस व्यक्ति का सिस्टम एक्सेस किया जाता है।
Remote access और yours address में अंतर
रिमोट एक्सेस का इस्तेमाल करके यूजर दूसरे व्यक्ति के सिस्टम को एक्सेस कर पाता है जो कि एक कोड को रिमोट एक्सेस में एंटर करने के पश्चात होता है जबकि दूसरी तरफ yours address ऑप्शन में यूजर का खुद का एड्रेस होता है और यदि वह व्यक्ति चाहता है कि उसके सिस्टम को कोई दूसरा व्यक्ति एक्सेस कर पाए तो वह व्यक्ति अपने एड्रेस के कोड को शेयर कर सकता है।
डिवाइस एक्सेस करने की प्रक्रिया
- इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करने के लिए दो सिस्टम होने जरूरी है चाहे वह दोनों कंप्यूटर हो या उनमें से एक कंप्यूटर और एक मोबाइल हो।दो सिस्टम होने के पश्चात दोनों ही सिस्टम में एनीडेस्क को खोलना होगा।
- इसके पश्चात डैशबोर्ड पर दो ऑप्शन सा जाएंगी। yours address में दोनों ही सिस्टम पर यूजर का खुद का एड्रेस दिखाई देगा तथा Remote Desk का ऑप्शन दोनों ही सिस्टम पर खाली होगा। जिस व्यक्ति में दूसरे व्यक्ति का सिस्टम एक्सेस करना है वह व्यक्ति रिमोट डेस्क पर दूसरे व्यक्ति के सिस्टम का एड्रेस डाल देगा।
- कोड डालने के पश्चात एक्सेस की रिक्वेस्ट दूसरे व्यक्ति के सिस्टम पर चली जाएगी।
- रिक्वेस्ट जाने के पश्चात व्यक्ति को accept या dismiss का बटन दिखाई देगा। एक्सेप्ट बटन पर क्लिक करते ही पहले वाले व्यक्ति के सिस्टम पर एक ऑप्शन आएगा।
- जैसे ही वह व्यक्ति connect बटन पर क्लिक करेगा तो उस व्यक्ति का डैशबोर्ड अपने आप पहले वाले व्यक्ति के सिस्टम पर ओपन हो जाएगा अर्थात दूसरे व्यक्ति के सिस्टम कीस्क्रीन पहले वाले व्यक्ति के सिस्टम पर आ जाएगी जिसका इस्तेमाल वह फाइल को शेयर करने के लिए, प्रॉब्लम को सॉल्व करने के लिए कर सकता है।
एनीडेस्क के लाभ
- इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके डिवाइस में जो live हो रहा है उसको किसी भी जगह पर रह कर देखा जा सकता है।
- यह तब भी काफी फायदेमंद साबित होता है जब कोई न कोई नई चीज अपने कंप्यूटर पर सीखना चाहता है परंतु जिस व्यक्ति से वह सीखना चाहता है वह उससे काफी दूर है तो ऐसे में वह व्यक्ति कंप्यूटर पर सीखने के लिए इसी एप्लीकेशन का इस्तेमाल कर सकता है क्योंकि इस एप्लीकेशन के द्वारा टीचर स्टूडेंट केकंप्यूटर को एक्सेस करके उसे कंप्यूटर से संबंधित जो भी चीज सीखनी है, उसे लाइव दिखा सकता है।
- anydesk का इस्तेमाल करके किसी भी फाइल को शेयर किया जा सकता है।
- यदि कोई प्रॉब्लम सॉल्व करनी है तो ऐसे में बार-बार स्क्रीनशॉट लेने की बजाए एनीडेस्क का इस्तेमाल किया जा सकता है इससे टाइम की बचत होती है और प्रॉब्लम भी जल्दी सॉल्व हो जाती है।
- HD Quality डाटा 100/kbps की स्पीड में ट्रांसफर होता है जो कि इस सॉफ्टवेयर का एक काफी बेहतरीन फीचर है।
एनीडेस्क के नुकसान
- यदि किसी सॉफ्टवेयर या एप्लीकेशन के फायदे होते हैं तो उसके कुछ ना कुछ नुकसान भी होते हैं इसी प्रकार एनीडेस्क के भी कुछ नुकसान है जो कि निम्नलिखित प्रकार हैं:
- साइबर अपराधी इस एप्लीकेशन का इस्तेमाल करके किसी के कंप्यूटर को भी ऐड कर सकते हैं और वहां से कोई ऑफिशियल और कॉन्फिडेंशियल इनफॉरमेशन चुरा सकते हैं।2018 में भी ऐसा ही एक साइबरक्राइम हो चुका है जो कि जापान में घटित हुआ था।
- इंटरनेट का इस्तेमाल करते हुए एनीडेस्क को अनऑथराइज्ड तरीके से इस्तेमाल किया जा सकता है।
- यदि किसी ऐसे सिस्टम से रिक्वेस्ट आई है, जिसकी कोई भी जानकारी नहीं है उसे कभी भी एक्सेप्ट नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से सिस्टम की सारी जानकारी शेयर हो जाती है, जिसका इस्तेमाल गलत तरीके से हो सकता है।